प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नरेंद्र मोदी स्टेडियम को उड़ाने से जुड़े धमकी वाले ईमेल की जांच के दौरान मुंबई क्राइम ब्रांच ने पाया कि ईमेल प्रोटोन मेल प्लेटफॉर्म का उपयोग करके भेजा गया है। इतना ही नहीं इस प्लेटफ़ार्म का सर्वर स्विट्जरलैंड में हैं। एक अधिकारी ने बताया कि स्विट्ज़रलैंड की यह ईमेल का प्लेटफ़ॉर्म देने वाली यह कंपनी उसके यूज़र की जानकारी नहीं करती है। इस वजह से यह ईमेल कहां से आया है इसका पता लगाना बहुत ही मुश्किल है|
इसी सर्वर से आया था ‘विमान में बम’ वाला ईमेल-
क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने जानकारी दी कि इसी ईमेल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल पहले इस साल की शुरुआत में एक विदेशी चार्टर्ड विमान में बम होने की धमकी भरे ईमेल के लिए किया गया था जिसके कारण जामनगर एयरपोर्ट पर उसकी इमरजेंसी लैंडिंग करवाई थी पहली घटना में 240 यात्रियों के साथ मॉस्को से गोवा जाने वाली एक चार्टर्ड फ़्लाइट शामिल थी जिसमें विमान में बम होने का झूठा दावा किया गया था, जिस कारण उस फ़्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग उज्बेकिस्तान में करा दी गई। इसी तरह, कुछ दिनों बाद उसी विमान के बारे में एक और ईमेल आया था, जिसके कारण उसकी लैंडिंग गुजरात के जामनगर में इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई।
सर्वर की सीक्रेसी पॉलिसी का उठा रहा फायदा-
सूत्रों ने बताया है कि इस मामले में यूज़र प्रोटोन मेल कस्टमर के सीक्रेसी की नीति का फ़ायदा उठा रहा है और कई धमकी भरे ईमेल भेज रहा है। सूत्रों के अनुसार, इस बार एनआईए को जो ईमेल मिला है, जिसे आगे की जांच के लिए मुंबई पुलिस को भेजा दिया गया उसकी जांच के दौरान मुंबई पुलिस को पता चला कि यह ईमेल उसी प्रोटोन मेल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर भेजा गया है और यह ईमेल आईडी ओसामा बिन लादेन्स हायर के नाम से रजिस्टर हुआ था। सूत्रों ने जानकारी दी कि जांच में पता चला कि भेजे गये इस ईमेल में 7-8 से अधिक लेयर की सुरक्षा हैं और इसका डोमेन स्विट्जरलैंड में स्थित है। एजेंसी ने संबंधित सरकार से ईमेल आईडी के बारे में अधिक जानकारी देने के लिए कहा है|
इमेल में क्या धमकी दी?
इस धमकी भरे ईमेल में लिखा गया है, की “तुम्हारी सरकार से हमें 500 करोड़ और लॉरेंस बिश्नोई चाहिए, नहीं तो कल हम नरेंद्र मोदी के साथ नरेंद्र मोदी स्टेडियम भी उड़ा देंगे। हिंदुस्तान में सब कुछ बिकता है, सब कुछ खरीद लिया है, कितना भी सुरक्षित करो, हमसे नहीं बचा पाओगे। अगर बात करनी है तो इस मेल पर ही बात करना।”