पीएम नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर क्या अगले साल पाकिस्तान का दौरा करेंगे? ये सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि पाकिस्तान शंघाई सहयोग संगठन (SCO) का नया अध्यक्ष बना है। अगले साल इस संगठन की सारी बैठकें पाकिस्तान में ही होंगी।
पाकिस्तान से पहले भारत था अध्यक्ष-
वर्ष 2023 में भारत SCO का अध्यक्ष था। भारत में SCO के विदेश मंत्रियों की बैठक में पाक के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने हिस्सा भी लिया था। बाद में भारत ने SCO के प्रमुखों की बैठक वर्चुअल तरीके से कराने का फैसला किया था। पहले भौतिक तौर पर यह बैठक नई दिल्ली में कराने की तैयारी थी। इन दो पड़ोसी देशों के अलावा रुस, चीन, ताजिकिस्तान, किर्गिजस्तान, कजाखस्तान, उज्बेकिस्तान इसके पुराने सदस्य हैं। इस साल ईरान को भी इसका सदस्य बनाया गया है। मंगोलिया और बेलारूस को अगले वर्ष सदस्य बनाये जाने की संभावना है।
बीआरआई पर भारत का निशाना-
चीन के साथ अपने तनावपूर्ण रिश्तों के बावजूद भारत इस संगठन का सक्रिय सदस्य बना हुआ है। भारत इन देशों के साथ अलग कारोबारी व कनेक्टिविटी परियोजनाओं के लिए भी काम कर रहा है। बहरहाल, गुरुवार की बैठक में विदेश मंत्री जयशंकर ने बगैर किसी लाग-लपेट के चीन की बेल्ट एंड रोड इनिसिएटिव यानी बीआरआई पर निशाना लगाया।
अपने भाषण में उन्होंने भारत के पुराने स्टैंड को रखा कि किसी भी तरह की कनेक्टिविटी परियोजनाओं में हर देश की संप्रभुता व क्षेत्रीय अखंडता का पालन होना चाहिए। भारत इस समस्या को लेकर सभी सदस्य देशों के साथ बात करने व सहयोग करने को तैयार है। भारत इस तथ्य को सबसे ज्यादा महत्व देता है। हमें इस क्षेत्र में कनेक्टविटी परियोजनाओं पर काम करने की जरूरत है।