चुनाव आयोग ने पीएम मोदी की मंदिर दर्शन यात्रा से संबंधित “लिफाफा” टिप्पणी को लेकर गुरुवार को प्रियंका गांधी को कारण बताओ नोटिस भेजा है| मोदी इस साल जनवरी में इस मंदिर में आए थे| पिछले महीने मीडिया के एक वर्ग ने खबर दी थी कि जब मंदिर के पुजारी ने दानपेटी खोली तो उसमें एक सफेद लिफाफा निकला जिसमें 21 रुपये थे| इसमें दावा किया गया था कि यह लिफाफा पीएम ने अपनी मंदिर यात्रा के दौरान डाला था| प्रियंका गांधी ने हालही में दौसा और झुंझुनू में अपनी जनसभाओं में पीएम मोदी पर निशाना लगाया|
लिफाफा की खबर से भ्रम फैलाने का आरोप-
पुजारी पोसवाल के बयान के अनुसार,‘‘रंजिशवश स्थानीय नेताओं ने खबर प्लांट करवाकर सनातन धर्म, मंदिर और लोकप्रिय नेता मोदी जी की छवि को खराब करने के लिए एक ही लिफाफा की खबर प्रसारित कर भ्रम फैलाया गया|”
उन्होंने बताया, की हालही में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने दौसा एवं झुंझुनूं में काल्पनिक मनगंढ़ंत कहानी बनाकर लिफाफा का जिक्र किया था| जिससे भगवान विष्णु के अवतार देवनारायण भगवान को मानने वाले एवं सनातन धर्म को मानने वाले लोगों की भावना को ठेस पहुंची है|
पुजारी ने प्रियंका गांधी से प्रश्न किया की ‘‘देश भर में भगवान श्री देवनारायण के हजारों मंदिर है| कभी प्रियंका जी आपने या आपके गांधी खानदान के किसी व्यक्ति ने देवनारायण भगवान के मंदिर में आकर दर्शन किए और आस्था प्रकट की है क्या?
पुजारी ने की वसुंधरा राजे की तारीफ-
पुजारी ने पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की तारीफ करते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में 4.25 करोड़ रुपये खर्च कर के भगवान श्री देवनारायण का ‘पैनोरमा’ बनवाया गया था| पोसवाल के मुताबिक राजनीतिक स्वार्थ के लिए धार्मिक आस्था को चोट नहीं पहुंचाई जानी चाहिए|