मुस्लिम दुनिया के कई हिस्सों में मोदी अब तक के सबसे अधिक नापसंद किये जाने वाले भारतीय प्रधान मंत्री माने जा रहे है और इसका एक पैटर्न है|
कांग्रेस इस तथ्य को पचा नहीं सकती कि मुस्लिम देश मेरा समर्थन करते है| ” पीएम नरेंद्र मोदी ने पिछले दिसंबर में एक उग्र भाषण में बताया था, जब उनकी सरकार नागरिकता अधिनियम के खिलाफ मुसलमानों के नेतृत्व में देशव्यापी विरोध का सामना कर रही थी। और उन्हें लगता है कि अगर दुनिया के मुस्लिम देश मोदी को इतना प्यार करते है| तो हम भारतीय मुसलमानों में उनके बारे में डर कैसे पैदा करेंगे।
मोदी ने इस बात को highlight करने के लिए खाड़ी देशों के साथ अपने अच्छे संबंधों का बार-बार दावा किया है कि उनकी मुस्लिम विरोधी छवि एक घरेलू राजनीतिक साजिश थी। उन्होंने इस बात पर काफी जोर दिया कि भारत के अपने इतिहास में खाड़ी देशों के साथ अब तक के सबसे अच्छे संबंध रहे हैं और मालदीव और बहरीन ने उन्हें सर्वोच्च सम्मान भी दिया है।
पाकिस्तान के पीएम इमरान खान का दिल्ली दंगों के बारे में ट्वीट करना शायद मोदी को परेशान नहीं करेगा, लेकिन ईरान, तुर्की की फटकार और बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन जरूर परेशान कर सकता है|
मुस्लिम बहुसंख्यक देश, जो अपेक्षाकृत लोकतांत्रिक हैं या कम से कम जहां विदेश नीति जनता की राय के प्रति जिम्मेदार है, ने मोदी की कथित मुस्लिम विरोधी नीतियों के खिलाफ स्पष्ट रुख अपनाया है। अधिक निरंकुश देशों जिनके पास विशुद्ध रूप से रणनीतिक हितों को आगे बढ़ाने और मोदी के मानवाधिकार रिकॉर्ड को नजरअंदाज करने के मामले में पैंतरेबाज़ी करने की अधिक गुंजाइश है| ने या तो चुप रहने या सक्रिय रूप से मोदी का स्वागत करने का विकल्प चुना है।