रायगढ़ खरसिया में आयोजित चुनावी सभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ओबीसी व जाति जनगणना के मुद्दे पर भाजपा व पीएम नरेंद्र मोदी पे लगाया निशाना। उन्होंने कहा कि मोदी पीएम बनने से पहले 24 घंटे ओबीसी होने का नारा राग अलापते थे अब पीएम बनने के बाद सवाल पूछने पर आंकड़ा रखने के बजाए कहते है हिंदुस्तान में कोई जात नहीं बल्कि गरीब है। उन्होंने पीएम मोदी के सूट, जीएसटी, हवाई जहाज से घूमना और आदानी से संबंधों के साथ मध्यप्रदेश में दलित युवक पर पेशाब कांड का भी जिक्र किया। उन्होंने करीब 37 मिनट भाषण दिए।
राहुल गांधी ने कहा कि हिंदुस्तान को संसद नहीं, 90 अधिकारी चलते हैं। इन 90 अफसर में कितने ओबीसी है यह सवाल पूछने पर मोदी जी ने ओबीसी शब्द बोलना ही बंद कर दिया| उन्होंने पीएम मोदी को संबोधित कर कहा कि देश को बताओ की जाति जनगणना कब कर रहे हैँ। राहुल गांधी इन मुद्दों पर लगातार 16 से 17 मिनट तक बोलते रहे।
राहुल गांधी ने शिक्षा व्यवस्था पर कहा कि बच्चे अपने सपने पूरे करे इसके लिए कांग्रेस सरकार ने बेहतर कार्य किए हैं। वहीं बीजेपी नेता कहते हैं अंग्रेजी मत पढ़ों, छत्तीसगढ़ी पढ़ों, हिंदी पढ़ो जबकि अपने बच्चों को अंग्रेजी स्कूलों में पढ़ते है विदेश में जाकर पढाई करते है। उन्होंने आरोप लगाया कि असल में ये चाहते हैं ओबीसी, दलित बच्चों को मौका ही ना मिले।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में बीजेपी के शासनकाल में तेंदूपत्ता दो हजार की दर पर लिया जाता था हम चार हजार दे रहे है| इसके साथ चार हजार बोनस भी दे रहे हैं। मोदी गारंटी नहीं धोखा दे रहे है| वो कहते है देश में जात है ही नहीं। जीएसटी, किसान बिल, 15 लाख, 20 क्विंटल धान और कर्जा माफ होगा, अब बताओ सच कौन बोलता है। अब धान में 2640 रुपये मिलता है। ये बढ़ता जाएगा। हम आपकी बात और आपके दर्द को समझते हैं। छत्तीसगढ़ के किसानों को न्याय योजना के तहत लाभ दिया गया है। हम आज सात हजार रुपये मजदूरों को दे रहे हैं|
जब नरेंद्र मोदी और रमन सिंह की सरकार आती है तो वह कॉन्टैक्टर अदानी को देते हैं और पैसे को विदेश भेजते हैं। इसका लाभ जनता को नहीं मिल पाता है| हम गरीबों को पैसा देते हैं मजदूरों को देते हैं। उन्होंने कहा कि हमने पेशा कानून बनाया है इसके तहत बैगेर ग्राम सभा की सहमित जमीन नहीं ली जा सकती है। यह छत्तीसगढ़ में लागू है। जहां कांग्रेस की सरकार है वहां जमीन मनमाने ढंग से नहीं ली जा सकती हैं। जबकि गुजरात में अदानी को लाखों एकड़ जमीन मिल जाती है। मूर्ति बनाने में लगा दी। ये उनकी सोच में हमारी सोच में काफी फर्क है|