सीएम योगी आदित्यनाथ सरकार अब हलाल सर्टिफिकेशन पर काफी सख्ती बरतते नजर आ रही है. और वहीं इसे लेकर अब समाजवादी पार्टी ने बीजेपी पर मिलावटखोरी में भी शामिल होने के आरोप लगाए हैं.
उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ सरकार हलाल सर्टिफिकेशन को लेकर के काफी जायदा सख्त हो गई है. योगी सरकार ने कई सारे कंपनियों और संस्थाओं के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में एफआईआर भी दर्ज की है. ये कंपनियां हलाल सर्टिफिकेशन देकर उत्पाद बेचने का ही काम कर रही थी. इन कंपनियों पर अवैध रूप से कारोबार करने का आरोप भी लगा है.
किसने की शिकायत, और किसपर हुआ मुकदमा?
हलाल प्रमाण पत्र को देकर एक मजहब विशेष के ग्राहकों को मजहब के नाम पर कुछ उत्पादों की बिक्री काफी बढ़ा कर आर्थिक फायदा पहुंचाने का मामला सामने आया था. इस मामले में राजधानी लखनऊ के ऐशबाग निवासी व्यापारी शैलेंद्र शर्मा ने ही हलाल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड चेन्नई, जमीयत उलेमा हिंद हलाल ट्रस्ट दिल्ली समेत कुछ कंपनियों के खिलाफ हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है
सरकार पर मिलावटखोरी को बढ़ावा देने का आरोप
वहीं सपा प्रक्वता फखरूल चांद ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि व्यापारी की शिकायत पर एफआईआर दर्ज हुई थी . पुलिस जांच कर रही है, हमें उसपर कुछ नहीं कहना है. जांच के आधार पर जो कार्रवाई करनी भी हो सकते है , पर बड़ा मुद्दा यह है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार में मिलावटी की काम हो रहा है और यह सब सरकार की नाक के नीचे ही हो रहा है . सरकार उस पर क्या कर रही है. भारतीय जनता पार्टी इसको हिंदू मुस्लिम के चश्मे से देखेगी पर सवाल हिंदू मुस्लिम से अलग मिलावट खोरी का है. कैसे सरकार की नाक के नीचे इतना बड़ा धंधा हो रहा था